उज्जैन। ओम हास्याय नम: संस्था द्वारा हास्याचार्य पंडित ओम व्यास ओम के 12वें पुण्य स्मरण अवसर पर तरणताल स्थित स्मारक स्थल पर अनूठे अंदाज में हास्यांजलि दी गई। पशु चिकित्सक डॉ. प्रवीण परिहार ने ’कवियों को पशुओं के इंजेक्शन से हास्य पॉवर के डोज लगाए.. ओम व्यास स्मृति ’हास्य फंगस सम्मान’ युवा दिलों की धडक़न कवि ’सुगनचंद जैन’ को दिया गया.. ’व्यंग वेक्सिन अलंकरण’ हास्य पैरोडी कार पंडित ’भरत पंड्या’ को दिया गया.. ’फोकट मजा ले लो सम्मान’ शायर ’रफीक नागौरी’ को प्रदत्त किया गया।
कवियों का स्वागत ’लेन देन फीवर’ (रिमेडिसीवर) की ’माला’ से पूर्व निगम सभापति प्रकाश चित्तौड़ा, प्रेमसिंह यादव, रूप पमनानी, पूर्व डीएसपी प्रवीण सिंह ठाकुर ने किया। व्यंग्यकार मुकेश जोशी ने ओम व्यास के कृतित्व पर ’टार्च से प्रकाश डाला’.. बढ़लो भाषण (आभार प्रदर्शन) कवि सुरेंद्र सर्किट ने दिया। हास्य व्यंग्य का रथ स्वामी मुस्कुराके शैलेंद्र व्यास ने जोता और हाका।
अंतर्राष्ट्रीय कवि अशोक भाटी ने चुटीला संचालन करते हुए कहा कि ’गधे को घोड़ा बनाने के चक्कर में पूरा अस्तबल खाली करना मूर्खता है’.. भरत पंड्या ने वेक्सिन पैरोडी गाते हुए कहा कि ’कोरोना वेक्सिन लगवा ले मेरे यार, वरना तेरी फोटो टंग जाएगी..विनती है छोटी सी कर लेना तुम स्वीकार, छोटा सा है जीवन, जीवन के दिन है चार’..।
कवि सुगनचंद जैन ने ’काले रंग की महिमा का बखान करते हुए कहा कि.. ’आओ एक बात अनोखी की हम सबको आज बताए, इस काले रंग की महिमा हम सभी के बीच गाए.. गौरी के नैन है सजते जब सजता काला काजल, भारी वर्षा होती जब होते काले बादल’ … ’ब्लेक फंगस’ कवि दौलत दरबार ने निराले अंदाज में खूब ठहाके लगवाते हुए कहा कि ’उनका पूरा जीवन था धर्म का पैगाम, मंदिरों में जाकर लेते थे प्रभु का नाम..आरती की थाली के पास जाया करते थे, एक का सिक्का डालकर पांच का उठाया करते थे’..
शायर रफीक नागौरी ने गजलिया अंदाज में कलाम पढ़े.. ’अश्कों से सबकी आंखें सजाकर चला गया..हम सबको ओम व्यास रुलाकर चला गया’।
दिनेश विजयवर्गीय ने ’इम्यूनिटी में अभिवृद्धि के लाली पॉप’ ओम रसिकों को चुसाए। हास्यांजली समारोह में संजय व्यास, गजेन्द्र मेहता, डॉ संदीप नागर, अचला जौहरी, लीलाराम चंदनानी, मनोहर गुप्ता, स्वामी खिलखिलाके, दिनेश रावल स्वामी दिलमिलाके, राजेश भारती, अनिल चावंड, राजेंद्र सिंह चौहान, सुधीर नागर, अजीत पोरवाल, अशोक नीमा, प्यारेलाल आवारा आदि भी समारोह के साक्षी बने।