गुरुवार शाम आई रिपोर्ट, दोनों के सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए दिल्ली भेजा
उज्जैन, अग्निपथ। शहर के दो बुजुर्ग दंपति की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। दोनों मरीजों को कॉविड केयर सेंटर में भर्ती किया गया है। डॉक्टरों के मुताबिक दोनों मरीज घर पर उपचार करने या होम आइसोलेशन के स्थिति में नहीं है। इसलिए उन्हें कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया गया है।
दोनों की कांटेक्ट ट्रेसिंग में सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। जोकि राहत भरी खबर है। हालांकि दोनों दंपत्ति के सेंपल जीनोम सिक्वेंसी के लिए दिल्ली लैब भेज दिया गया है।
दंपत्ति की उम्र 73 वा 68 साल है। दोनों ही 29 नवंबर को सूरत गुजरात से उज्जैन आए थे। वहां से आने के बाद से ही इनकी तबीयत खराब थी। इसके चलते दोनों ने निजी लैब में कोविड टेस्ट कराया। जहां से दोनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
पीसीआर के नोडल अधिकारी डॉक्टर रौनक एलची ने बताया कि दोनों को हल्का बुखार से ओमिक्रान की आशंका के चलते इनके जिनोम सीक्वेंसिंग का सैंपल लेकर दिल्ली भेज दिया है। जहां से करीब 10 दिन बाद रिपोर्ट आएगी।
डॉ. एलची ने बताया कि दोनों को पॉजिटिव पेशेंट के परिवार के सभी सदस्यों के सैंपल लिए हैं। जिनकी रिपोर्ट में सभी 9 लोग नेगेटिव आए हैं।
मोबाइल बंद तो साइबर सेल ने ढूंढा
दंपत्ति के तीन बत्ती चौराहा पर किराने की दुकान ह।ै जैसे ही स्वास्थ्य विभाग के पास लैब टेस्ट की रिपोर्ट पहुंची तो उन्होंने बुजुर्ग दंपत्ति से संपर्क किया तो दोनों ने अपना मोबाइल बंद कर लिया। उनका पता ढूंढने के लिए स्वास्थ्य विभाग को काफी मशक्कत करना पड़ी।
डॉ. एलची ने बताया कि हमें पुलिस व साइबर सेल की मदद लेना पड़ी। लास्ट लोकेशन पर टीम को भेज कर पता करवाया। इसमें करीब 4 से 6 घंटे विभाग को परेशान होना पड़ा। अब उनके संपर्क में आए सभी लोगों की सैंपलिंग रिपोर्ट नेगेटिव आने पर राहत की सांस ली गई है।
यूएई से आ रहे उज्जैन में
विदेशों से उज्जैन में आने वाले सबसे ज्यादा लोग यूएई से आ रहे हैं। लगभग दो दर्जन मरीज रोजाना आ रहे है। सभी की सैंपलिंग की जा रही है लेकिन विदेश से आने वाले एक भी व्यक्ति में अभी तक कोरोना की पुष्टि नहीं हुई है। ओमीक्रान के हाई रिस्क देशों से अब तक एक भी व्यक्ति उज्जैन नहीं आया है, ना ही दक्षिण अफ्रीका से।
डॉ एलची ने बताया कि हम विदेश से आने वाले जिन लोगों की सूची मिलती है उनमें से सभी की जांच की जाती है। वही उनका कहना है कि दिल्ली एयरपोर्ट से यात्रियों की लिस्ट जिले को मिलती है। इससे संबंधित का नाम पता और नंबर देते हैं। उज्जैन आने वाले अधिकतर यात्री मुंबई एयरपोर्ट पर उतरते हैं और यहां पहुंचते हैं।
कुछ इंदौर एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद उज्जैन आते हैं। सूची में लिखे पते के आधार पर इन्हें ट्रेस कर सैंपलिंग की जा रही है। इनकी संख्या रोज 20 से 22 तक रहती है।
सैंपलिंग बढ़ाई जाएगी
कोविड केयर सेंटर के प्रभारी डॉ. विक्रम रघुवंशी ने बताया कि कोरोना के खतरे को देखते हुए शासन के निर्देश सैपलिंग बढ़ाने के हैं। जिनमें में रोजाना औसतन 1200 लोगों की सैंपलिंग के प्रयास किए जा रहे है।ं इससे अधिक सेंपलिंग बढ़ाने के और भी प्रयास किए जाएंगे। फीवर ओपीडी में पहुंचने वाले भर्ती होने वाले सभी रोगियों की भी सैंपलिंग करवाई जा रही है।