49 हजार रुपए ठगने पर थी दो साल से तलाश, यू-ट्यूब से सीखा वारदात का तरीका
उज्जैन,अग्निपथ। राज्य साइबर सेल ने दो साल की कोशिश के बाद 49 हजार रुपए की ऑन लाईन ठगी ठगने वाले को झारखंड से पकडक़र रविवार को जेल भेज दिया। आरोपी ने उधारी चुकाने के लिए यू-ट्यूब से ठगी का तरीका सीखकर गूगल पर कस्टर केयर नंबर डाल वारदात की थी। सेल को उसे तलाशने में दो राज्यों की खाक छानना पड़ी।
नानाखेड़ा क्षेत्र निवासी अन्नपूर्णा नगर निवासी राजेश गंगवाल ने वर्ष 2019 में ऑनलाइन वेबसाइट से एक स्मार्ट वॉच मंगवाई थी। घड़ी खराब निकलने पर उन्होंने गूगल से सर्च कर कंपनी का कस्टमर नंबर तलाशा।
मोबाइल नंबर मिलने पर कॉल किया तो अटैंडर ने बताया कि आपके मोबाइल पर नंबर दिया जाएगा और उस पर सभी जानकारी फारवर्ड करना है। निर्देशानुसार ऑर्डर की डिटेल भेजते ही गंगवाल के अकाउंट से पांच बार में 49 हजार 295 रुपए ट्रांसफर हो गए। इस पर ठगी का अहसास होते ही गंगवाल ने राज्य साइबर सेल में शिकायत की।
सेल ने मामले में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ आईटी एक्ट व ठगी का केस दर्ज कर साइबर ठगों को तलाशने पश्चिम बंगाल में पहुंची। पता चला वारदात झारखंड स्थित गौस नगर के हाशमी मोल्ला निवासी सबराती अंसारी पिता मकसूद अंसारी की है। नतीजतन सेल उसे रविवार को गिरफ्तार कर लाई और पूछताछ के बाद रविवार को उसे कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया।
उधारी चुकाने के लिए की ठगी
पूछताछ में सबराती ने कबूला कि लोगों का कर्ज चुकाने के लिए रुपए की जरुरत थी। इसलिए उसने यू-टयूब पर कई वीडियो देखे। गूगल पर कस्टमर केयर वाला तरीका समझ में आया तो गूगल पर मोबाइल नंबर डालकर कॉल करने वाले को यूपीआई लिंक भेजने लगा। यूपीआई एक्टिवेट कर बैंक खातों से रुपए उड़ाकर दूसरे खातों ट्रांसफर कर विड्रा करने लगा। सेल उसके सभी खातों की जानकारी निकाल रही है।
दो साल से खोज, पांच दिन बाद सफलता
सबराती द्वारा ठगी करने का पता चलते ही टीम ने उसकी तलाश में पश्चिम बंगाल व झारखंड के पुरलिया , जमशेदपुर, सराईकेला कें गांवों को छान डाला। तीन बार प्रयास के बाद भी उसका सुराग नहीं मिला। हाल ही में मुखबीर और स्थानीय पुलिस से उसके घर पहुंचने की सूचना मिलपर छापा मारा और वह गिरफ्त में आ गया।
इन्हेंं मिली सफलता
मामले की जांच कर आरोपी का पता लगाने और उसे पकडऩे में निरीक्षक रीमा यादव कुरील, रमेश मालवीय, एसआई अमित परिहार, गोपाल अजनार, हिमांशु सिंह चौहान, एएसआई हरेंद्र सिंह राठौर, प्रआ. कमलाकर उपाध्याय आरक्षक कमल वरकड़े, सुनील पंवार, तृप्ति लोधी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
साइबर ठगों से ऐसे रहें अलर्ट
- गूगल पर कस्टमर केयर नंबर सर्च ना करे, कंपनी मोबाइल नंबर नहीं डालती।
- जिस वेबसाइट या एप से ऑनलाइन शॉपिंग की उसी के हेल्प ऑप्शन में जाकर अपनी समस्या का समाधान तलाशें।
- केवल विश्वसनीय वेबसाईट से ही ऑन लाइन शॉपिंग करें।
- कभी भी किसी लिंक वाले मैसेज पर क्लिक न करे और न ऐसे मैसेज फारर्वड करें।
- रिमोट एप जैसे टीम व्यूवर, क्विक सपोर्ट कभी इंस्टाल न करे।
- मोबाइल पर अज्ञात व्यक्ति द्वारा दिए निर्देशों का पालन कतई न करे।
- क्यूआर कोड स्कैन करने पर करने से अकाउंट से राशि विड्रा होती है।
- निजी जानकारी सोश्यल मीडिया पर शेयर न करें।