उज्जैन । पश्चिम क्षेत्र बिजली कंपनी ने रतलाम शहर में रेडियो फ्रिक्वेंसी स्मार्ट मीटर की स्थापना के बाद पहले माह के बिल जारी किए है। बगैर रीडर की मदद से इन बिलों में त्रुटि की संभावना नगण्य है। साथ ही ये बिल माह की अंतिम तिथि की रीडिंग के साथ ही एक साथ बन जाएंगे। बिजली कंपनी 20 जनवरी से उज्जैन शहर में भी स्मार्ट मीटर लगाने जा रही है।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक श्री अमित तोमर ने बताया कि इंदौर के बाद रतलाम के रत्नपुरी फीडर क्षेत्र में गत माह स्मार्ट मीटर लगाए गए थे। दिसंबर माह की अंतिम तिथि की रीडिंग का रेडियो फ्रिक्वैंसी तरीके से डेटा आईटी सेक्शन को प्राप्त होते ही बिल बनाए गए है। इस तरीके से सिंगल क्लिक के माध्यम से ही हजारों घरों से डेटा प्राप्त हो जाता है। मीटर रीडरों की जरूरत नहीं पड़ती है, न ही किसी के घर का दरवाजा खटखटाना पड़ता है। श्री तोमर ने बताया कि रतलाम के बाद अब 20 जनवरी से उज्जैन में पुराने शहर में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। इस तरह इंदौर, रतलाम के बाद उज्जैन भी मप्र का स्मार्ट मीटर वाला तीसरा शहर बन जाएगा।
इंजीनियरों को दायित्व
मप्रपक्षेविविकं के प्रबंध निदेशक ने इंदौर, रतलाम व उज्जैन के स्मार्ट मीटर की पूरी केंद्रीयकृत जिम्मेदारी अधीक्षण यंत्री श्री डीएस चौहान, कंट्रोल सेंटर प्रभारी श्री नवीन गुप्ता को दी है। इसी तरह रतलाम का जिम्मा अधीक्षण यंत्री श्री एलके सोनेजी, उज्जैन का दायित्व अधीक्षण यंत्री श्री आशीष आचार्य को दिया है।