आय-मूल निवासी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं, फिर भी भीड़, सीमांकन-बंटाकन अटके
उज्जैन, अग्निपथ। शिवराज सरकार ने 5 मार्च से लाड़ली बहना योजना लॉन्च कर दी है। इस स्कीम में पात्र विवाहित महिलाओं को सरकार 1 हजार रुपए महीना देगी। जून से राशि बैंक अकाउंट में ट्रांसफर भी हो जाएगी। इससे पहले आवेदन भरे जाएंगे। आवेदन में आय और मूल निवासी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। समग्र आईडी और बैंक से लिंक आधार कार्ड ही लगेगा। बावजूद लोकसेवा केंद्रों पर आय-मूल निवासी के सर्टिफिकेट बनवाने के लिए महिलाओं की भीड़ लगी हुई है। कई केंद्रों पर भीड़ दोगुनी है।
चुनावी साल में बीजेपी सरकार ने लाड़ली बहना योजना बनाई है। इस योजना में आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की महिलाओं के खाते में हर महीने एक हजार रुपए दिए जाएंगे। इसके आवेदन भी जल्द भरे जाने हैं। आवेदन भरने से पहले महिलाओं की भीड़ लोकसेवा केंद्रों पर लगी हुई है। भोपाल की बात करें तो यहां के चारों लोकसेवा केंद्रों पर सुबह साढ़े 9 से शाम 6 बजे तक भीड़ देखने को मिल रही है।
पहले इन केंद्रों पर एवरेज एक हजार आवेदन रोज आते थे, लेकिन अब संख्या दोगुनी यानि, दो हजार तक पहुंच गई है। जो आंकड़ा बढ़ा है, वे सभी आवेदन आय और मूल निवासी सर्टिफिकेट बनवाने के हैं। घंटों तक महिलाएं लाइन में तो लग ही रही है, फार्म भरने के लिए रुपए भी खर्च करने पड़ रहे हैं।
अफसरों की माने तो योजना का लाभ लेने के लिए इन दोनों सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। सरकार सर्कुलर भी जारी कर चुकी है। लोकसेवा प्रबंधक प्रसून सोनी ने बताया कि पहले की तुलना में लोकसेवा केंद्रों पर ज्यादा आवेदन आ रहे हैं। इनमें ज्यादातर आय और मूल निवासी के सर्टिफिकेट हैं।
सिर्फ यह चाहिए
समग्र आईडी और आधार से लिंक बैंक अकाउंट की फोटोकॉपी ही आवेदन में लगेगी। अकाउंट का आधार कार्ड से लिंक होना जरूरी है। इसके अलावा कोई सर्टिफिकेट नहीं लगेगा।
सीएम खुद कह चुके कि सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं
बता दें कि सीएम शिवराज सिंह चौहान खुद कह चुके हैं कि आवेदन के साथ आय-मूल निवासी के सर्टिफिकेट बनवाने की जरूरत नहीं है। कहीं भागने की जरूरत नहीं है। लिखकर दे देना कि ढाई लाख से कम की आय है, मान ली जाएगी। कहीं परेशान होने की जरूरत नहीं है।
सर्वर पर लोड, कम्प्यूटर पर एरर
सर्वर पर अचानक लोड बनने से कई बार वह डाउन भी हो रहा है। वहीं, सीमांकन-बंटाकन जैसे कई आवेदन अटक गए हैं। ये आवेदन भरने पर कम्प्यूटर पर एरर आ रहा है। तुलसीनगर के गजेंद्र सिंह ने बताया कि पिछले आठ दिनों से सीमांकन का आवेदन भरने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन एरर बताते हुए आवेदन जमा नहीं हो रहा है। एमपी ऑनलाइन पर भी यही स्थिति है।
कई बार सर्वर डाउन
कई बार सर्वर डाउन होने से भी मुश्किलें बढ़ गई हैं। इस कारण महिलाओं को काफी देर तक लाइन में लगना पड़ रहा है।
कौन से दस्तावेज होना जरूरी
आवेदन भरने के लिए महिलाओं को कैम्प में परिवार की समग्र आईडी, स्वयं की समग्र आईडी और खुद का आधार कार्ड लेकर आना होगा। गांव, वार्ड में लगे कैम्प के प्रभारी महिला द्वारा भरे गए आवेदन पत्र के अनुसार पूरी जानकारी ऑनलाइन दर्ज की जाएगी। इसके बाद महिला की ऑन स्पॉट फोटो निकालकर पोर्टल पर अपलोड की जाएगी। ऑनलाइन आवेदन सब्मिट होने के बाद पावती का प्रिंट आउट भी महिला को दिया जाएगा। आवेदकों की लिस्ट ग्राम पंचायत, वार्ड में चस्पा की जाएगी।