इंदौर। जिला प्रशासन ने पुराने आदेश को संशोधित करते हुए गुरुवार रात नया आदेश जारी कर दिया। सख्त लॉकडाउन का आदेश जारी होते ही शुक्रवार सुबह से ही पुलिस पूरी तैयारी से सड़क पर उतर गई। सब्जी मंडी सुबह बंद करा दी गई। हर आने-जाने वालों को सबसे पहले पुलिस का सामना करना पड़ा। सिर्फ इमरजेंसी वालों को ही छूट दी गई। आज दोपहर को नए आदेश को लेकर जिले के अफसरों के साथ कलेक्टर बैठक करेंगे।
आदेश में 21 मई से लेकर 28 मई तक सभी किराना और ग्रॉसरी की दुकानें बंद रखने के आदेश दे दिए गए। इतना ही नहीं फल और सब्जी भी अब 10 दिनों तक नहीं मिलेंगी। कारण 28 तक सख्त लॉकडाउन और फिर शनिवार, रविवार की सख्ती, ऐसे में पूरे 10 दिन इंदौर में लाेगों का जीवन सख्ती के बीच बीतेगा।
सुबह के समय पुलिस ने जब सड़क पर चेकिंग शुरू की तो लोग तरह-तरह के बहाने बनाते दिखे। कोई दवाई का पुराना पर्चा लेकर निकला था तो कोई दूसरे का परिचय पत्र। कोई परिवार में बीमारी का बहाना बनाकर निकलना चाह रहा था। कुछ लोग पुराने पास लेकर सड़क पर निकले। पुलिस ने सबको लौटा दिया।
पुलिस ने सुबह से ही संभाला मोर्चा
गुरुवार रात को डीआईजी मनीष कपूरिया ने सभी अधीनस्थों की कंट्रोल रूम पर बैठक ली। उन्हें निर्देश दिए हैं कि सुबह 7 बजे से सख्ती होगी। सारे अधिकारी शुक्रवार सुबह से मैदान में उतर गए और सड़कों पर मोर्चा संभाल लिया। पिछले साल की तरह ही 31 मई तक सख्ती करना है। लॉकडाउन के नए नियमों के हिसाब से सिर्फ मेडिकल इमरजेंसी, बाहर से आए यात्री, औद्योगिक क्षेत्रों में जाने वाले लोग औऱ मीडियाकर्मियों काे ही आने-जाने की छूट है।
औद्योगिक क्षेत्र में जाने वाले कर्मचारी भी तय तीन स्लाट वाले वक्त पर ही छूट है। इसके अलावा मिले तो उन्हें पकड़ा जाएगा। हालांकि पहले दिन किसी पर भी बल का प्रयोग नहीं होगा, लेकिन प्रतिबंधात्मक कार्रवाई हो रही हैं। अफसरों का मानना है कि कई रिक्शा औऱ लोडिंग चालक भी दूसरी सवारियों को लेकर घूमते रहते हैं, जैसे पिछली बार मछली और अन्य सामान भी रिक्शाओं में मिला था। ऐसे लोगों को पकड़ कर अस्थाई जेल भेजेंगे। बिना कारण घूमने वाले सभी वाहन चालकों पर कार्रवाई हो रही है।। क्षेत्रों में सख्ती रखने के लिए एसपी औऱ एएसपी को जिम्मेदारियां सौंपी है।
चेन को तोड़ने के लिए जरूरी है सख्ती
आदेश जारी करते हुए कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा- इंदौर में कोरोना की संक्रमण पर काबू में आ रही है। इसे 30 तारीख तक काबू में करने के लिए कुछ करें निर्णय लेना पड़ रहे हैं। हालांकि ऑनलाइन राशन सप्लाई करने वाली चेन चालू रहेगी। एसडीएम व स्वास्थ्य अमले को निर्देशित किया गया है कि वे क्षेत्रों में अधिक संक्रमित क्षेत्रों को चिन्हित करें, ताकि उन क्षेत्रों को कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित कर अग्रिम कार्रवाई की जा सके।
यह अधिक संक्रमित क्षेत्रों में आने वाले 31 मई 2021 तक संक्रमण की दर को 5 % के नीचे लाने का प्रयास किया जाना है। साथ ही, अपने-अपने क्षेत्रों में नजर रखते के लिए 30-31 मई 2021 को ऐसे क्षेत्र अथवा गांव का चिन्हांकन कर लिया जाए, जिन्हें 1 जून के बाद भी कंटेनमेंट क्षेत्र के रूप में नियंत्रित करके रखना आवश्यक है।
सख्ती ने सड़क पर उतारी संक्रमण की भीड़:इंदौर में अचानक 10 दिन के टाेटल लाॅकडाउन से घबराए लोग, रात में ही सब्जी मंडी पहुंच गए; वीकेंड भी लॉक रहने से 31 मई सुबह तक रहेगी पाबंदी
लाॅकडाउन का विरोध शुरू, मोघे ने कहा- समय देना था
शुक्रवार से सख्त लॉकडाउन के आदेश का विरोध शुरू हो गया है। अचानक किराना और फल-सब्जी का विक्रय बंद करने से कांग्रेस के साथ भाजपा नेता भी नाखुश हैं। वरिष्ठ नेता कृष्णमुरारी मोघे ने कहा कि किसानों और व्यापारियों ने सब्जियां व फल गोदाम में रखे हैं। उन्हें निकालने के लिए कम से कम 12 घंटे का समय मिलना चाहिए था। एकाएक रोक से उनका नुकसान होगा। भाजपा नेता जेपी मूलचंदानी और सुमित मिश्रा ने भी किसानों व व्यापारियों के हित में उन्हें समय देने की बात कही है। सोशल मीडिया पर भी लोग तत्काल सब कुछ बंद करने का विराेध जता रहे हैं।
आज दोपहर में लॉकडाउन को लेकर बैठक
कलेक्टर मनीष सिंह आज दोपहर 12 बजे रेसीडेंसी कोठी में सभी एसडीएम, तहसीलदार, सीएमओ, सीईओ जनपद एवं अन्य संबंधित अधिकारियों के साथ नए कर्फ्यू आदेश के संबंध में बैठक लेंगे।