नलखेड़ा । सोने की छड़ी, रुपयों की मशाल, जरियन का जामा , मोतियन की माल जैसे उद्घोष करते द्वारपालों के साथ 24 तीर्थंकर परमात्मा के माता- पिता पूरे राजसी वेशभूषा धारण कर जब राज दरबार में आते हैं तो सभी हर्ष ध्वनि से जयकारा लगाकर प्रभु के जन्म का वृतांत […]