6 दिन बाद खुलासा, 2 आरोपी हिरासत में, तीसरी की तलाश
उज्जैन, अग्निपथ। कुएं में मिली हाथ बंधी वृद्ध की 5 दिन पुरानी लाश के मामले में पुलिस ने हत्या का प्रकरण दर्ज करने के बाद शुक्रवार को मामले का खुलासा कर दिया। लेनदेन के विवाद में गांव के ही 2 लोगों ने हत्या को अंजाम दिया था।
नरवर थाना पुलिस ने बताया कि 8 दिन पहले ग्राम हरनियाखेड़ी में रहने वाले मनोज गुजराती के कुएं से वृद्ध का शव बरामद किया गया था जिसके हाथ बने थे और गले में फंदा कसा हुआ था। लाश 5 से 6 दिन पुरानी हो चुकी थी। जिसकी दूसरे दिन पहचान कायथा थाना क्षेत्र के ग्राम आसेर में रहने वाले वृद्ध हरिराम चौहान (75) के रूप में हुई थी। परिजनों ने 19 मई को वृद्ध की गुमशुदगी कायथा थाने में दर्ज कराई थी और दो लोगों पर अपहरण की आशंका जताई थी।
नरवर पुलिस ने परिजनों के बयान दर्ज कर कायथा पुलिस की मदद से ग्राम सारोला में रहने वाले गोकुलसिंह और ग्राम आसेर निवासी बालकृष्ण उर्फ बलराम शर्मा को हिरासत में लिया। जिनसे पूछाताछ में हत्या का खुलासा हो गया। दोनों ने बताया कि हरिराम से पैसे उधार लिये थे। जिसके बदले में झूठ बोलकर नकली आभूषण गिरवी रखे थे। हरिराम पैसे लौटाने का दबाव बना रहा था। जिसके चलते हत्या की योजना बनाई और 19 मई को हरिराम को हरिराम को आभूषण लौटने पर पैसे देने के लिये बुलाया।
हरिराम के आने पर उसे उज्जैन चलकर पैसे देने का झांसा दिया और किराये से ली कार में बैठाकर कायथा से निकल गये। ताजपुर आने के बाद गमचे से गला घोंट दिया। उसकी मौत होने पर नरवर पहुंचे और लाश फेंकने के लिये सूनसान जगह तलाशी। हरनियाखेड़ी में सडक़ किनारे खेत में कुआं दिखाई दिया। अंधेरा हो चुका था, और कोई दिखाई नहीं देर रहा था। इसी का फायदा उठाकर लाश कुएं में फेंक दी।
2 दिनों की रिमांड पर पूछताछ
नरवर टीआई कृष्णकांत तिवारी ने बताया कि हत्या का राज खुलने के बाद दोनों को शुक्रवार दोपहर न्यायालय में पेश कर 2 दिनों की रिमांड पर लिया गया है। हत्या में कार चालक महेश शामिल था, जिसकी तलाश में एक टीम कायथा भेजी जाएगी। परिजनों ने आरोप लगाया था कि हरिराम घर से सोसायटी में एक लाख रुपये जमा करने निकला था, रुपयों के संबंध में भी पूछताछ की जा रही है। आरोपियों ने रुपये होने की बात से इंकार किया है। जिसका पता लगाया जा रहा है।