जावरा, अग्निपथ। इंदौर से जोधपुर जा रही बस ढोढर के पास रूपनगर फंटे पर अनियंत्रित होकर पलट गई। ये हादसा रविवार रात करीब साढ़े 12 बजे हुआ। इस हादसे में एक चार साल के बच्चे की मौत हो गई और 42 लोग घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए जावराके सरकारी अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया है। जबकि गंभीर रूप से घायल लोगों को रतलाम जिला अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार हादसा रात करीब 12:30 बजे हुआ था। सामान ज्यादा लदा होने के कारण बस के अनियंत्रित होने का मामला सामने आ रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बस में 20 लोग उज्जैन से मजदूरी के लिए जोधपुर जाने के लिए सवार हुए थे। हादसे की सूचना मिलते ही जावरा एसडीएम हिमांशु प्रजापति, जावरा नगर थाना प्रभारी वीडी जोशी, ढोधर थाने से एसआई जगदीश कुमावत पुलिस व प्रशासन मौके पर पहुंच गए थे। वहां उपस्थित लोग घायलों को सुरक्षित बस से बाहर निकालकर जावरा के सिविल अस्पताल ले गए।
यात्रियों के मुताबिक, बस चालक ने जावरा के पास जैन ढाबा में खाना खाया। इसके बाद जोधपुर के लिए धोधर के पास रूपनगर फांते में ढाबे के पास खड़े वाहनों को टक्कर मारते हुए बस एक बड़े पेड़ से टकराकर पलट गई। यात्रियों के मुताबिक बस की रफ्तार 100 से 120 किलोमीटर थी। रात का समय होने के कारण अधिकतर यात्री सो रहे थे।
हादसे के बाद हाहाकार मच गया और जैसे ही प्रशासन व आसपास के लोगों ने यात्रियों को बस से बाहर निकाला। बस को सीधा करने के लिए मौके पर क्रेन बुलाई गई। घायलों का इलाज जावरा अस्पताल और जिला अस्पताल में चल रहा है। हादसे में उदयपुर निवासी चार वर्षीय ग्रंथ पिता गौरव सोनी की मौत हो गई।
कलेक्टर ने जिला अस्पताल पहुंचकर घायलों के हालचाल जाने
बस दुर्घटना के घायलों के हालचाल जानने के लिए कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम सोमवार प्रात: जिला चिकित्सालय पहुंचे। उन्होंने यहां भर्ती घायल व्यक्तियों से चर्चा की और कहा कि उनका बेहतर से बेहतर उपचार कराया जाएगा। इस संबंध में कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर ननावरे तथा सिविल सर्जन डॉ. आनंद चंदेलकर को आवश्यक निर्देश दिए। एसडीएम राजेश शुक्ला एवं समाजसेवी गोविंद काकानी भी उपस्थित थे।
बसों में सामान की ओवरलोडिंग के विरुद्ध अभियान चलेगा
हादसे के बाद जिला प्रशासन ने बसों में सामान की ओवलोडिंग करने वालों के खिलाफ अभियान चलाने का फैसला लिया है। सोमवार को टीएल बैठक में कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने जिला परिवहन अधिकारी को निर्देशित किया कि बसों में सामान की ओवरलोडिंग पर सख्त निगरानी की जाए। यात्रियों के सामान के अलावा अन्य सामग्री का लदान बस की छत पर नहीं हों। जिले से गुजरने वाली लंबी दूरी की बसों को भी चेक करें। इसके साथ ही कलेक्टर ने बसों के परमिट भी चेक करने के निर्देश दिए।