केवल स्टॉफ की कमी: कोविड अस्पताल में 20 बेड इमरजेंसी के लिये रेडी

दूसरे तल पर 16 और इसके पास के रूम में लगाये 4 बेड, पूरे अस्पताल में 148 बेड की उपलब्धता

उज्जैन, अग्निपथ। जिले में कोरोना ने कोहराम मचाना शुरु कर दिया है। बुधवार को एकसाथ शहर में चार मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर आ गया। हालांकि माधव नगर में स्थित कोविड अस्पताल पूरी तरह से कोरोना को लेकर पूरी तरह से तैयार है, लेकिन स्टॉफ की कमी आने वाले दिनों में परेशानी का कारण बनेगी। इसके लिये जिला और शासन स्तर पर स्टाफ की व्यवस्था सुनिश्चित करना होगी। गुरुवार को कोरोना की तैयारियों को लेकर कोविड एक्सपर्ट डॉ. एचपी सोनानिया ने रोगी कल्याण समिति सदस्य अभय विश्वकर्मा और महेश खंडेलवाल के साथ अस्पताल का निरीक्षण किया।

विगत एक पखवाड़े में लगातार 9 कोरोना मरीज मिलने के बाद एकाएक बुधवार को शहर में चार मरीज पाजिटिव मिलने के कारण हडक़ंप की स्थिति बन गई। पूरे द्रेश सहित प्रदेश में कोरोना के संक्रमण को बढ़ता देखकर हाईअलर्ट की स्थिति बन रही है। मौसम परिवर्तन के कारण लोगों में सर्दी, खांसी और बुखार का संक्रमण हो रहा है।

ऐसे में हर घर में एक-एक इस बीमारी से ग्रसित मरीज पाये जा रहे हैं। हालांकि उपचार मिलने के बाद यह ठीक भी हो रहे हैं। लेकिन अन्य बीमारियां भी होने के कारण यह संक्रमण कोविड में बदल रहा है। डॉक्टरों ने मरीजों से बेहिचक अपना स्वाब सेंपल टेस्ट करवाने को कहा है। इस बार का कोरोना इतना प्रभावी नहीं है, लिहाजा दो तीन दिन में इससे ग्रसित मरीज ठीक भी हो रहे हैं।

20 इमरजेंसी के साथ 148 बेड तैयार

माधव नगर कोविड अस्पताल में फिलहाल एक भी कोरोना का मरीज भर्ती नहीं है। अस्पताल के प्रभारी डॉ. एचपी सोनानिया का कहना है कि बीमारी जल्द ठीक होने के कारण कोरोना पाजिटिव मरीजों को होम आइसोलेट कर उपचार दिया जा रहा है। फिलहाल अस्पताल के दूसरे तल के वार्ड में 16 बेड और नीचे के तल के आईसीयू के पास के रूम में चार पलंगों की व्यवस्था गंभीर कोरोना मरीजों के लिये की गई है।

इसके अलावा उपर के सबसे उपर के तल पर हाल ही में 58 मरीजों को भर्ती करने के लिये वार्ड का निर्माण किया गया है। इस तरह से कुल मिलाकर माधव नगर कोविड अस्पताल में 148 बेड हैं। जोकि कोरोना बढऩे पर काम आयेंगे। फिलहाल यहां पर मेडिसीन और अन्य बीमारियों से ग्रसित मरीजों को भर्ती किया गया है।

स्टाफ की कमी पैदा करेगी परेशानी

माधव नगर अस्पताल को पूरी तरह से कोविड अस्पताल के रूप में संचालित करने के लिये 20 डॉक्टर्स और 54 स्टाफ नर्सों की आवश्यकता पड़ेगी। फिलहाल कोरोना की स्थिति को देखते हुए 4 डॉक्टर्स और 20 नर्सों की जरूरत है। लेकिन कोविड अस्पताल में केवल एक डॉक्टर एचपी सोनानिया इसका दायित्व बखूबी संभाले हुए हैं। जोकि यहां के साथ साथ जिला अस्पताल में भी अपनी सेवाएं देने के लिये जा रहे हैं।

ज्ञात रहे कि जिला अस्पताल में डॉ. अजय निगम के रिटायरमेंट के बाद मेडिसीन में संविदा डॉ. मधुसूदन राजावत अपनी सेवाएं दे रहे हैं। ऐसे में दो अस्पतालों में मेडिसीन का कार्यभार डॉ. सोनानिया को संभालना पड़ रहा है।

बरसों पुरानी लिफ्ट को बदलने की दरकार

माधव नगर अस्पताल में एक लिफ्ट वर्षों से लगी हुई है। जिसका संचालन आज तक नहीं किया गया है। ऐसे में यह जंग खाकर खराब पड़ी हुई है। तीसरे तल पर 48 बेड का नया वार्ड का निर्माण तो कर दिया गया है, लेकिन लिफ्ट दूसरी लगवाने की सुध नहीं ली गई है। ऐसे में इस वार्ड का संचालन शुरु होने के बाद डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ को स्लोप चढक़र इस वार्ड तक पहुंचना पड़ेगा।

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