सीएमएचओ-सिविल सर्जन से उपसंचालक नर्सिंग ने प्रभार सौंपने का कारण मांगा
उज्जैन, अग्निपथ। उपसंचालक नर्सिंग द्वारा सीएमएचओ और सिविल सर्जन से कनिष्ठ (जूनियर) को वरिष्ठ (सीनियर)पदों का प्रभार सौंपने का कारण पूछा गया है। इससे संबंधित लैटर जारी हो चुका है। जिला अस्पताल में ही 10 से अधिक पदों पर कनिष्ठ नर्सेज वरिष्ठ बनकर बैठी हुई हैं। जिसके चलते वरिष्ठों के अधिकारों का हनन हो रहा है। वहीं डॉक्टर्स और बाबू के पदों पर बैठे कर्मचारी भी वरिष्ठों के अधिकारिों का हनन कर रहे हैं। 16 मई तक इसका जवाब भेजना है।
उपसंचालक नर्सिंग को कनिष्ठ कर्मचारियों को वरिष्ठ पदों पर प्रभार सौंपने के संबंध में शिकायत की गई थी। 4 मई को कर्मचारी महासंघ की विभिन्न मांगों के निराकरण किए जाने के संबंध में एक बैठक आयोजित की गई थी। जिसमें महासंघ के पदाधिकारी प्रतिनिधियों द्वारा संज्ञान में लाया गया कि जिलों में नर्सिंग संवर्ग के कनिष्ठ कर्मचारियों को वरिष्ठ पदों का प्रभार वरिष्ठता सह योग्यता को ध्यान में न रखते हुए सौंपा गया है।
इसी परिप्रेक्ष्य में उप संचालक ने निर्देशित किया है कि कनिष्ठ कर्मचारियों को वरिष्ठ पद का प्रभार सौंपा गया है तो कर्मचारी का नाम एवं पदनाम, वरिष्ठ पद का नाम जिसके लिए प्रभार सौंपा गया है। वरिष्ठ पद का प्रभार सौंपने का कारण अभिमत सहित उनको 16 मई तक प्रेषित करना सुनिश्चित करें।
10 से अधिक कनिष्ष्ठ नर्सेज बनीं वरिष्ठ
जानकारी में आया है कि जिला अस्पताल में ही 10 से अधिक कनिष्ठ नर्सेज वरिष्ठ पदों पर बैठकर कार्य कर रही हैं। माधव नगर और चरक अस्पताल में अलग से इन नर्सों को भी प्रभार सौंपा गया है। ऐसे में वरिष्ठ नर्सें हीन भावना से ग्रसित हो रही हैं। रिटायरमेंट की उम्र में उनको नाइट के साथ डे की ड्यूटी भी निभाना पड़ रही है। वहीं कनिष्ठ नर्सें उनके ही सामने उनको आदेश जारी कर रही हैं। इस विसंगति के कारण इन नर्सेज की कार्यकुशलता पर प्रभाव पड़ रहा है।
डॉक्टर-बाबुओं के पद पर भी विसंगति
जिला अस्पताल में ही संविदा डॉक्टर वरिष्ठ बनकर बैठे हुए हैं और कार्यभार संभाल रहे हैं। वहीं चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी बाबू बनकर पूरे अस्पताल का संचालन कर रहे हैं। अन्य पदों पर भी इसी तरह की विसंगति है, जिसको दूर किया जाना आवश्यक है। क्योंकि इससे वरिष्ठ के अधिकार प्रभावित होते हैं। जिसका प्रभाव उनकी कार्यकुशलता पर पड़ता है। जिला अस्पताल के स्वास्थ्य अधिकारियों को भी इस मामले में संज्ञान लेते हुए पूरी सर्जरी करने की आवश्यकता है। ताकि वरिष्ठ कर्मचारियों को अपने से छोटे कर्मचारी के सामने झुकने की आवश्यकता न पड़े।
मेरे पास अभी तक लैटर नहीं पहुंचा है। प्राप्त होने के बाद आपको अवगत करवाता हूं।
-संजय शर्मा, सीएमएचओ उज्जैन