शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक कुरीतियों जैसी चुनौतियों से जद्दोजहद करते आदिवासी बाहुल्य जिले को आजादी के साढ़े सात दशक बाद भी साक्षरता के लिए गेर शासकीय संगठन के माध्यम से 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को साक्षरता हेतु स्कूल लगाने की कवायद करना पड़ रही। वह भी जब […]